Buddhadarshan News, 25 October
छठ पूजा पर बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाली सभी ट्रेनें फुल हैं। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, लुधियाना में बड़ी तादाद में काम करने वाले बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग त्यौहार पर गांव आना चाहते हैं, लेकिन टिकट न मिलने से उनके चेहरे पर मायूसी है। अधिकांश ट्रेनों में रिजर्वेशन बंद हो गया है। रेलवे द्वारा चलाई जा रही पूजा स्पेशल ट्रेनों में भी जगह नहीं है। तत्काल टिकट के लिए भी रेलवे स्टेशन पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं।
बता दें कि पिछले दो सालों के दौरान कोरोना का प्रतिकूल असर छठ पूजा पर भी पड़ा था।
इस साल माहौल ठीक होने से अन्य राज्यों में रहने वाले बिहारी भाई अपने गांव आना चाहते हैं, लेकिन ट्रेन में टिकट न मिलने से उनके चेहरे पर मायूसी है।
इन ट्रेनों में जगह नहीं:
बिहार के पटना, समस्तीपुर, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फपुर, गया, कटियार, छपरा, सीवान की तरफ आने वाली ट्रेन में पैर रखने की जगह नहीं है।
आलम यह है कि ट्रेन के टॉयलेट और गेट पर भी जगह नहीं है।
यात्रियों का बुरा हाल है। यदि ट्रेन में महिला सवारी और बच्चे हैं तो और दिक्कत है।
रेलवे ने कई ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे भी बढ़ाए हैं, लेकिन यात्रियों की भारी संख्या के लिए ये डिब्बे भी पर्याप्त नहीं हैं।
7 हजार तक वसूले जा रहे हैं बस का किराया:
ट्रेन के अलावा बसों में भी मारामारी है।
दिल्ली से पटना के बीच बस का किराया 4 हजार से 7 हजार रुपए तक वसूला जा रहा है।
इसी तरह एयरोप्लेन का किराया भी काफी बढ़ गया है।