Buddhadarshan News, Kushinagar
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गरीबों का उत्थान, महिला सशक्तिकरण, जाति भेदभाव को खत्म करने के लिए अशोक सम्राट के मंत्र को आगे बढ़ाया। कुशीनगर में आयोजित प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य यह विचार व्यक्त किया।

कुशीनगर आगमन पर उप मुख्यमंत्री सीधे तथागत बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर पहुंचे। यहां पर उन्होंने तथागत बुद्ध की पूजा-अर्चना की एवं उन्होंने तथागत भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा पर चीवर अर्पित कर समस्त प्रदेशवासियों के कुशल मंगल की कामना भी की।

तत्पश्चात उपमुख्यमंत्री पडरौना के बेलवा चुंगी स्थित भारतीय इंटर कॉलेज में पहुंच कर स्व. उमाकांत कुशवाहा एवं स्व. बन्नी देवी के मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। मूर्ति का अनावरण किया और श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित किए।
तत्पश्चात उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा पडरौना स्थित जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में आयोजित प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान जन्मोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया, कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कुशवाहा शाक्य सैनी मौर्य महासभा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिले में आने की इच्छा बहुत रहती है, आज जब मैं यहां आया तो तुंरत निर्वाण स्थली गया और आशीर्वाद लिया, तत्पश्चात यहां आया हूं। भारत की सीमाएं सुरक्षित और संरक्षित है। महान सम्राट अशोक का सुशासन का अनुकरण करने वाले यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी है। वह दुनिया के किसी भी देश मे जाते हैं, तो वहां सुशासन का संदेश देते हैं। वह थाईलैंड गए थे, श्रीलंका भी गए थे। थाईलैंड में तथागत के प्रसिद्ध मंदिर गए। कुशीनगर बुद्ध भगवान की महापरिनिर्वाण स्थली है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री जी संयुक्त राष्ट्र संघ पहुंचे तो कहा कि संसार को भारत ने भगवान बुद्ध दिया है, युद्ध नहीं दिया है। पाली भाषा को शांति भाषा का दर्जा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दिया है। कुशीनगर समेत भगवान बुद्ध से जुड़ी स्थली पर जरूर जाइये, 2014 से पहले और 2025 के बीच जमीन आसमान का अंतर है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक की जयंती समारोह पूरे देश मे मनाई जाती है। मोदी जी ने देश की सुरक्षा, गरीबों का उत्थान, महिला सशक्तिकरण, जाति भेदभाव को खत्म करने के लिए अशोक सम्राट के मंत्र को आगे बढ़ाया।