Buddhadarshan News, New Delhi
भगवान बुद्ध के जीवनकाल के छह समृद्ध शहरों में से एक कौशांबी जिले को बौद्ध और रामायण सर्किट से जोड़ा जाएगा। कौशांबी महोत्सव में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यहां पर्यटकों स्थलों तक फोर लेन सड़क का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने यहां पर 300 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने भगवान बुद्ध की साधना स्थली कौशांबी खास के कोसम खिराज गांव से स्कूल चलो एवं टीकाकरण अभियान का भी शुभारंभ किया।
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बौद्ध परिपथ और रामायण परिपथ से कौशांबी को जोड़ने के अलावा जैनधर्म, शक्तिपीठ मां शीतला धाम, कड़क शाह मजार का भी विकास किया जाएगा। विशेष तौर पर बौद्ध स्थल के पास टूरिस्ट बंगला, गेस्ट हाउस सहित कई सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी।
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कौशांबी की खासियत:
यहां पर अशोक स्तंभ, एक जैन मंदिर, एक पत्थर का किला और घोषिताराम मठ है। यहां पर भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के बाद छठें और नौवें साल में उपदेश देने आए थे। गौतम बुद्ध के समय कौशांबी काफी समृद्ध था।
घोषिताराम विहार:
भगवान बुद्ध के जीवनकाल के दौरान घोषितराम नामक एक व्यापारी ने इस मठ का निर्माण करावाया ग या था। घोषितराम भगवान बुद्ध का परम भक्त था। यहां पर खुदाई में अनेक प्राचीन कालीन अवशेष मिले हैं।