Buddhadarshan News, Gorakhpur
गुरू गोरक्षनाथ की तपोभूमि गोरखपुर, भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या, प्रदेश की राजधानी एवं प्रख्यात पर्यटन स्थलों से युक्त लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को शुरू हुए एक साल पूरे हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साल पहले 7 जुलाई 2023 को गोरखपुर जं. स्टेशन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस ट्रेन के शुरू होने के साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे पर तीव्रगामी एवं आरामदायक यात्रा के नए युग की शुरूआत हो गई। वर्तमान में यह ट्रेन प्रयागराज तक चल रही है।
22549/22550 गोरखपुर- प्रयागराज वाया अयोध्या धाम-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस साप्ताह में 06 दिन चलाई जा रही है। इस गाड़ी की आक्यूपेंसी 100 प्रतिशत से अधिक है।
22549/22550 गोरखपुर- प्रयागराज वाया अयोध्या धाम-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस के संचलन से गुरू गोरक्षनाथ की तपोभूमि गोरखपुर, भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या, प्रदेश की राजधानी एवं प्रख्यात पर्यटन स्थलों से युक्त लखनऊ तथा संगम नगरी प्रयागराज से सीधी ट्रेन सुविधा से जुड़ गया है। जिससे सांस्कृतिक, सामाजिक औद्योगिक एवं अर्थिक विकास को गति मिली है।
22549/22550 गोरखपुर- प्रयागराज वाया अयोध्या धाम-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस जनसामान्य में काफी लोकप्रिय हुई है। यह गाड़ी पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि इसमे लगे ए.सी. 15 प्रतिशत अधिक ऊर्जा की बचत करते है। इस गाड़ी में ट्रैक्शन मोटर धूलरहित स्वच्छ एयर कूलिंग के साथ यात्रा अधिक आरामदायक है। इस गाड़ी में एयर प्यूरीफिकेशन के लिए रूट माउण्टेड पैकेज यूनिट फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रवायलट एयर प्यूरीफिकेशन सिस्टम लगाया गया है। गाड़ी के सभी श्रेणियों के लिए साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा उपलध कराई गई है। इस सेमी-हाईस्पीड ट्रेन सेट है, जो पूरी तरह से स्वदेशी है। ट्रेन में ऑन बोर्ड वाई-फाई इन्फोटेनमेंट, जी.पी.एस. आधारित यात्री सूचना प्रणाली आकर्षक इंटीरियर टच-फ्री सुविधाओं के साथ बायो वैक्यूम प्रसाधन, डिफ्यूज्ड एल.इ.डी. लाइटिंग, हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट, एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटें लगाई गई हैं।
भारतीय रेलवे के ग्रीन फुटप्रिंट को बढ़ाने के लिए ट्रेन की डिज़ाइन ऐसी की गई है, जिसमें उन्नत रिजनरेटिव ब्रेकिंग के साथ लगभग 30 प्रतिशत तक बिजली की बचत हो रही है।