केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में ओपीडी सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए लिखा था पत्र
Buddhadarshan News, Mirzapur
पूर्वांचल के मरीजों को इलाज के लिए आने वाले समय में लखनऊ के पीजीआई अथवा दिल्ली स्थित एम्स जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जल्द ही बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के साउथ कैम्पस (मिर्जापुर स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर) में भी 500 बेड का आधुनिक अस्पताल निर्मित किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने पिछले महीने बीएचयू के कुलपति प्रो.राकेश भटनागर को पत्र लिखकर मिर्जापुर के बरकछा स्थित बीएचयू के साउथ कैम्पस में ओपीडी सेवाएं शुरू कराने का निर्देश दिया था। ताकि इलाज के लिए जनपदवासियों को अन्य जनपद में न जाना पड़े।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पत्र के बाद अब बीएचयू प्रशासन यहां पर 500 बेड का आधुनिक अस्पताल के निर्माण की तैयारी कर रहा है, ताकि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के अलावा पड़ोसी राज्यों झारखण्ड, बिहार और मध्य प्रदेश के मरीजों का भी बेहतर इलाज हो सके और बीएचयू पर दबाव कम हो सके।
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बीएचयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो.वीएन मिश्र के मुताबिक साउथ कैम्पस में 500 बेड का अस्पताल बनाने की योजना बनायी जा रही है। यहां पर एक सितंबर से ओपीडी सेवाएं शुरू हो जाएंगी और अस्पताल के लिए अगले 15 दिनों में प्रस्ताव तैयार करके स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिया जाएगा। यहां पर इलाज के लिए बीएचयू के विशेषज्ञों को भेजा जाएगा। चूंकि यहां पर केवल ओपीडी सेवाओं से ही मरीजों का पूरी तरह से इलाज नहीं हो पाएगा, इसलिए मंत्रालय को 500 बेड के नए अस्पताल का प्रस्ताव भी भेजा जाएगा। यह अस्पताल बीएचयू की 100 एकड़ जमीन पर विकसित किया जाएगा। पहले यहां पर छात्र स्वास्थ्य कल्याण केंद्र की तरह अस्पताल था।
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बता दें कि बीएचयू के तत्कालीन कुलपति पंजाब सिंह की पहल पर मिर्जापुर के बरकछा स्थित साउथ कैम्पस में वर्ष 2006 से 2008 तक ओपीडी का संचालन हुआ। लेकिन कुलपति का कार्यकाल समाप्त होते ही यहां पर ओपीडी सेवा भी बंद हो गई, जिसे फिर से चालू करने के लिए केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पिछले महीने बीएचयू के कुलपति को पत्र लिखा और अब केंद्रीय मंत्री की इस पहल के बाद साउथ कैम्पस में एक नया आधुनिक अस्पताल निर्माण करने की योजना की तैयारी शुरू हो गई।