Azam Khan said, “We do wajju from the Ganges, how can we have a fight with the Ganges?”
buddhadarshan News, Varanasi
गंगा से हम वजू करते हैं, गंगा से हमारा झगड़ा कैसे हो सकता है। गंगा मेरी है मैं गंगा का हूं।
यह बयान यूपी सरकार के कद्दावर मंत्री आजम खान का है।
गंगा की निर्मलता को लेकर वाराणसी के अस्सी घाट पर आयोजित गंगा की पुकार कार्यक्रम में संत और सरकार एक मंच पर नजर आए।
सभी ने गंगा को प्रदूषणमुक्त करने की वकालत की।
कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा, “आज गंगा ही नहीं, बल्कि तमाम बुराइयों को खत्म करने की जरूरत है।
मैं गंगा की पुकार अभियान का हिस्सा हूं।
उन्होंने कहा कि टोपी, साफा, पगड़ी और दाढ़ी सभी धर्मों में, माथे पर टीका और नमाज सब तहजीब को दिखाते हैं।”
संत संतोष दास ने कहा कि काशी हमेशा एकता का संदेश देती है।
संत और मंत्री दोनों समाज के लिए हैं।
गंगा किनारे रामायण पढ़ी जाती है और नमाज भी।
काशी के घाटों को बचाने का प्रयास सरकार करे।
संत समाज मार्ग दर्शन करेगा, लेकिन प्रयास सरकार को कही करना होगा।
बता दें कि वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं।
प्रधानमंत्री की पहल पर पहले ही वाराणसी के कई घाटों का सौंदर्यीकरण हो चुका है और कई घाटों का किया जा रहा है।
इसके अलावा केंद्र सरकार नमामि गंगे अभियान शुरू की है।
इसके अभियान के तहत गंगा को प्रदूषणमुक्त करने की कोशिश हो रही है।
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