Buddhadarshan News, Mau
एक लोकतांत्रिक देश में अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन protest, भूख हड़ताल hunger strike, जल सत्याग्रह water satyagrah, अनशन के जरिए विरोध प्रदर्शन तो आपने कई बार देखा होगा, लेकिन उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के हरिपरा Haripara और आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर रास्ते पर ही धान paddy की रोपाई planted कर दी। बारिश की वजह से फिलहाल यह मार्ग पूरी तरह से जलमग्न water logging हो गया है। खास बात यह है कि यहां से उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री cabinet minister दारा सिंह चौहान Dara singh Chauhan विधायक हैं। इससे पहले दारा सिंह चौहान घोसी संसदीय क्षेत्र से बसपा के टिकट पर दो बार सांसद भी रह चुके हैं। बावजूद इसके पिछले 15 सालों से इसका निर्माण नहीं हो सका।
फिलहाल यह मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है, आए दिन इस मार्ग पर बाइक सवार युवक गिरकर चोटिल हो जाते हैं। इन दिनों बारिश की वजह से यह मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है।
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पवित्र सरयू नदी आजमगढ़ से आगे मऊ और गोरखपुर जनपद के बीच प्रवाहित होती है। नदी के किनारे प्रमुख मार्ग बलिया – दोहरीघाट स्थित है। जो कि आगे आजमगढ़, फैजाबाद होते हुए लखनऊ तक जाता है। इसी मुख्य मार्ग पर दोहरीघाट से 6 किमी की दूरी पर स्थित कोरौली गांव से अहरानी गांव तक माइनर है, जिसके किनारे कोरौली गांव, बेलहिया, हरिपरा बल्लूपुरा, हरिपरा, हरिपरा हरिजन बस्ती, बिशुनपुरा, भोज का पुरा, अपडरिहा, सरंगुआ, निबिहा, पोखरापार, अहिरानी इत्यादि कई गांव स्थित हैं। इस रास्ते रोजाना हजारों की संख्या में ग्रामीण आते जाते हैं।
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हरिपरा गांव के निवासी धनंजय सिंह और तेजप्रताप सिंह (नन्कू) कहते हैं कि सड़क के निर्माण के लिए स्थानीय ग्रामीण कई बार धरना-प्रदर्शन और भूख हड़ताल कर चुके हैं, कलेक्टर को ज्ञापन भी दे चुके हैं, बावजूद इसके आजतक सड़क का निर्माण नहीं हुआ। जिसकी वजह से इस मार्ग से रोजाना जाने वाले हजारों ग्रामीणों को दिक्कत होती है। विशेषकर स्कूल जाने वाले बच्चे एवं बालिकाएं, बुजुर्ग कई बार इसमें गिर जाते हैं और घायल हो जाते हैं।