यूपी80 न्यूज, लखनऊ
भगवान बुद्ध Buddha की 2585 वीं जयन्ती, बुद्ध पूर्णिमा Buddha Purnima के अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह Minister Jaiveer Singh ने आज अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध-शोध संस्थान लखनऊ में नवयुगारम्भ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी धर्म गुरू अपनी – अपनी भूमिका का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें, तो भारत को विकसित राष्ट्र एवं विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। धर्म गुरू प्रयास करें कि समाज में शांन्ति बनी रहे, सामाजिक समरसता रहे, छोटे-छोटे झगडे़ न हो, यही सच्चे अर्थों में देश एवं समाज सेवा होगी।
जयवीर सिंह ने कहा कि हम मिलकर एकजुट होकर देश एवं समाज की भलाई की बात करें तो ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ का सपना साकार होगा। जैसे सभी नदियां अंत में समुद्र से मिलती हैं, वैसे ही किसी भी धर्म को मानने वाले भी अंत में एक ही जगह जाते हैं। भारत की एक समृद्ध, सशक्त व गौरवमयी सांस्कृतिक विरासत है। यहाँ सभी धर्मों के मानने वाले लोग रहते हैं। गंगा-जमुना तहजीव यूपी की सांस्कृतिक विरासत का मूल तत्व है। समाज में रहते हुए एक दूसरे से प्रेम-भाव रखते हुए यदि इस जीवन का अंत हो तो यह उपलब्धि होगी।
जयवीर सिंह ने कहा कि आज विश्व तृतीय विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। जहां अन्य देशों ने विश्व को युद्ध दिया, वही भारत ने विश्व को बुद्ध दिया। बुद्ध का शांति, समरसता का सन्देश हमेशा प्रासंगिक रहेगा। आज पूरी दुनिया भारत की तरफ आशा भरी नजरों से देख रही है। इस अवसर पर हम सब संकल्प करें कि आपसी मतभेदों को दूर रखते हुए विश्व को शांति का सन्देश दे। जिससे कि विश्व का कल्याण हो, शान्ति एवं समृद्धि आये।
अन्तर्राष्ट्रीय बौध-शोध संस्थान के अध्यक्ष भदन्त शांति मित्र ने कहा कि बुद्ध ने विश्व को एक मार्ग दिया। हम सभी को इस पर चलने की जरूरत हैं। सभी धर्मानुयानियों ने समय-काल परिस्थिति के अनुसार कार्य करते हुए मानव कल्याण की भावना को जीवित रखा। हमें भी वर्तमान में इसी भावना के अन्तर्गत कार्य करना है। आज देखा जा रहा है कि समाज जातियों, पंथों, समुदायों में बंट रहा है। हम सबको एकजुट रहते हुए भारत की एकता एवं अखण्डता को बनाये रखना होगा एवं अपनी सांस्कृतिक विरासत को और मजबूत करना होगा। इस अवसर पर डॉ अजय कुमार जैन, हरगोविन्द बौद्ध, डीपी सिंह इत्यादि उपास्थित थे।