Buddhadarshan News, Varanasi
अगले साल जनवरी महीने में वाराणसी में आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस Pravasi Bharatiya Divas के दौरान वाराणसी Varanasi आने वाले प्रवासी भारतीय भगवान बुद्ध Buddha की तपस्थली सारनाथ Sarnath में रात्रि विश्राम करेंगे। बता दें कि अगले साल 21 से 23 जनवरी तक वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें काफी तादादी में प्रवासी भारतीय भाग लेने आ रहे हैं। खुद इस कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी गंभीर हैं।
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रविवार को वाराणसी के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट सुरेंद्र सिंह ने सारनाथ पहुंचे और सारनाथ स्थित कंबोडिया, श्रीलंका, वियतनाम, वर्मा सहित मठों के प्रमुखों से मुलाकात की और उनके गेस्ट हाउस का निरीक्षण भी किया। इस दौरान इन मठों के प्रमुखों ने डीएम सुरेंद्र सिंह को आश्वस्त किया कि प्रवासियों के स्वागत सत्कार में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
गंदगी करने पर 500 रुपए जुर्माना:
इस दौरान डीएम सुरेंद्र सिंह ने सारनाथ स्थित धमेख स्तूप के आसपास की सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने धमेख स्तूप के आसपास गंदगी पाए जाने पर नाराजगी जताते हुए सुरक्षाकर्मियों और गाइड को निर्देश दिया कि किसी भी व्यक्ति के गंदगी फैलाने पर 500 रुपए का जुर्माना वसूल करे। उन्होंने कहा कि हेरिटेज क्षेत्र सारनाथ में सफाई व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए।
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हस्तशिल्पियों के हुनर को मिलेगी इंटरनेशनल पहचान:
प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान वाराणसी और आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर फैले कुटीर उद्योग विशेष तौर पर बुनकरों और शिल्पियों के हुनर को इंटरनेशनल पहचान मिलेगी। उन्हें अपने उत्पाद को विदेशों से आए प्रवासी भारतीयों को दिखाने का मौका मिलेगा।
बता दें कि वाराणसी और आसपास के पूर्वांचल क्षेत्र में स्थित जिलों भदोही, मिर्जापुर, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, कौशांबी, सोनभद्र और चंदौली जिलों में देश का सबसे ज्यादा हस्तशिल्प उद्योग फैला है। भारत में होने वाले कुल हस्तशिल्प उद्योग का 26 परसेंट उत्तर प्रदेश से होता है।