बलिराम सिंह, नई दिल्ली
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश में एटीएम की स्थिति सामान्य होने में कम से कम 10 दिन लग जाएंगे। अर्थात देशवासियों को फिलहाल नए नोट अथवा 100-50 के नोटों को पाने के लिए एटीएम अथवा बैंकों के आगे लंबी लाइन में घंटों खड़ा होना पड़ेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह जानकारी देते हुए कहा कि बैंक पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिससे लोगों को इन कामों में दिक्कत ना आए।
सीिनयर सिटीजन के लिए हो विशेष इंतजाम-
वित्त मंत्री ने बैंकों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं कि बैंकों के एटीएम के बाहर लंबी लाइनों में अगर सीनियर सिटीजन हैं तो उनके लिए बैंक अलग से व्यवस्था करें। ताकि एटीएम से पैसे निकालने के लिए सीनियर सिटीजन्स को लंबी प्रतीक्षा ना करनी पड़े। ये आदेश अलग-अलग जगहों से एटीएम की लाइन में खड़े कुछ बुजुर्गों की तबियत खराब होने और मौत होने की खबरें आने के बाद दिया है।
गोपनीयता के लिए एटीएम को तैयार नहीं किया गया-
वित्त मंत्री ने साफ जवाब दिया कि पहले से बैंकों के एटीएम को नई करेंसी के लिए तैयार इसलिए नहीं किया गया, ताकि नोटबंदी के फैसले की गोपनीयता को पूरी तरह सुरक्षित रखा जा सके। अगर एटीएम को पहले से ही नए करेंसी के स्लॉट बनाए जाते तो इस खबर के लीक होने का अंदेशा था, जिससे सरकार की काले धन पर लगाम की ये कोशिश पूरी तरह सफल नहीं रहती। सरकार ने पूरी गोपनीयता बनाए रखने के लिए एटीएम की प्रोग्रामिंग में बदलाव के पूर्व आदेश जारी नहीं किए।
दिल्ली सहित देशभर में एटीएम मशीनें सूखी-
सरकार के अनेक दावों के विपरीत देश में कई जगहों पर एटीएम मशीनें नहीं चल रही हैं और जहां चल भी रही हैं वहां लोगों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है। शाम होते-होते मशीनें शुरु हुईं पर तब तक लोग परेशान होते रहे।
एसबीआई की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा है कि सारे एटीएम को सही तरीके से ऑपरेट कराने के लिए 10-15 दिन और लगेंगे। इसके अलावा अलग-अलग बैंकों के एटीएम के चालू होने का समय अलग-अलग बताया जा रहा है।