– गोल्डन ट्राईएंगल सर्किट में आते हैं 35 फीसदी विदेशी पर्यटक
बलिराम सिंह, नई दिल्ली
यदि डेंगू-चिकनगुनिया पर जल्द ब्रेक नहीं लगाया गया तो देश के पर्यटन उद्योग और हवाई यात्रा उद्योग को गहरा झटका लग सकता है। देश की उद्योग जगत की प्रमुख संस्था एसोचैम ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को आगाह किया है कि यदि राजधानी में चिकनगुनिया और डेंगू पर तत्काल रोक नहीं लगाई गई तो पर्यटन उद्योग और एविएशन (हवाई यात्रा) उद्योग को गहरा झटका लग सकता है और अरबों रूपए का नुकसान हो सकता है। डेंगू-चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी पर्यटकों के लिए एक हैल्थ एडवाइजरी भी जारी किया है।
एसोचैम के मुताबिक भारत में आने वाले 35 फीसदी विदेशी यात्री दिल्ली में आते हैं, अथवा दिल्ली से होते हुए पड़ोसी राज्यों के पर्यटक स्थलों पर घूमने जाते हैं। चूंकि विदेशी पर्यटकों को दिल्ली आकर्षित करती है। इसलिए देश के एक तिहाई पर्यटक दिल्ली में आते हैं अथवा यहां से गुजरते हैं। उद्योग जगत को चिंता है कि अक्टूबर से भारत में पर्यटन का पीक सीजन शुरू हो जाता है। डेंगू-चिकनगुनिया जैसी बढ़ती बीमारियों की वजह से दिल्ली में पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ रही है, जिसका प्रतिकूल असर पश्चिमी भारत के जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बिकानेर, जैसलमेर और अन्य पर्यटन स्थलों पर पड़ रहा है। सर्दियों के मौसम में गोल्डन ट्राईएंगल सर्किट (दिल्ली-आगरा-जयपुर) ढाई से तीन लाख विदेशी पर्यटक आते हैं। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत कहते हैं कि लगभग 30 फीसदी पर्यटक प्रति महीने दिल्ली के जरिए गोल्डन ट्राएंगल क्षेत्र में आते हैं।
होटल उद्योग को भी झटका-
राजधानी में बढ़ते डेंगू-चिकनगुनिया का पर्यटकों पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसकी वजह से होटल्स, एयरलाइंस, टैक्सी ऑपरेर्ट्स, रेस्टोरेंट इत्यादि कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। ऐसे में कई टूर ऑपरेटर अक्टूबर से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन के मद्देनजर आवश्यक सावधानियां बरतने लगे हैं।
अमेरिकी दूतावास ने जारी की एडवाइजरी-
भारत में आने वाले अमेरिकी पर्यटकों के लिए अमेरिकी दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर हैल्थ एडवाइजरी जारी करके बताया है कि भारत के कुछ हिस्सों में मच्छर जनित बीमारियां डेंगू और चिकनगुनिया की स्थिति विस्फोटक हो गई है। इसी तरह की एडवाइजरी पूर्व में यूके दूतावास भी जारी कर चुका है।
दो बिलियन डॉलर की होती है कमाई-
सर्दियों के मौसम में एक महीने के अंदर लगभग दो बिलियन (2 अरब) अमेरिकी डॉलर की कमाई पर्यटन उद्योग से होती है।
जुलाई 2016 में आने वाले विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा-
जुलाई 2015 में भातर में आने वाले टॉप 15 देशों में सर्वाधिक (17.30 फीसदी) पर्यटक बंग्लादेश से आए। इसके अलावा अमेरिका से 16.51 फीसदी, मलेशिया से 3.49 फीसदी, फ्रांस से 3.12 फीसदी, श्रीलंका से 2.94 फीसदी, कनाडा से 2.66 फीसदी, चीन से 2.32 फीसदी, जर्मनी से 2.31 फीसदी, जापान से 2.20 फीसदी, आस्ट्रेलिया से 2.20 फीसदी, नेपाल से 2.04 फीसदी, ओमान से 2.04 फीसदी, यूएई से 1.99 फीसदी और पाकिस्तान से 1.66 फीसदी पर्यटक भारत आए।
सार्वधिक विदेशी पर्यटक आने वाले भारत के टॉप 15 पोर्ट्स-
जुलाई महीने में सर्वाधिक 26.22 फीसदी विदेशी पर्यटक दिल्ली हवाई अड्डे पर आए। इसके अलावा 17.04 फीसदी मुंबई एयरपोर्ट, 10.11 फीसदी चेन्नई एयरपोर्ट, 9.82 फीसदी हरिदासपुर लैंड चेक पोस्ट, 7.31 फीसदी बंगलूरु एयरपोर्ट, 5.14 फीसदी कोचिन एयरपोर्ट, 5.04 फीसदी हैदराबाद एयरपोर्ट, 4.02 फीसदी कोलकात्ता एयरपोर्ट, 1.97 फीसदी गेडे रेल, 1.91 फीसदी अहमदाबाद एयरपोर्ट, 1.91 त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट, 1.55 फीसदी त्रिचुलापल्ली एयरपोर्ट, 1.09 फीसदी अटारी-बाघा लैंड चेक पोस्ट, 0.97 फीसदी अमृतसर एयरपोर्ट अौर 0.71 फीसदी पर्यटक घोजादंगा लैंड चेक पोस्ट के जरिए आए। भारत ने वर्ष 2020 तक दुनिया के एक फीसदी पर्यटक और वर्ष 2025 तक दो फीसदी पर्यटकों को भारत में आकर्षित करने का लक्ष्य है।