Buddhadarshan News, Lucknow/Mirzapur
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के सराहनीय प्रयास से चैतीय नवरात्र के दिनों में आप मां अष्टभुजा का दर्शन रोप-वे मार्ग के जरिए करेंगे। प्रशासन का दावा है कि चैत्र नवरात्र से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे आम जनता को समर्पित कर देंगे। परियोजना के निर्माण में तेजी लाने के लिए डीएम अनुराग पटेल खुद व्यक्तिगत तौर पर इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इसका निरीक्षण भी किया।
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पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल की तर्ज पर विंध्याचल पर्वत पर रोप-वे का निर्माण किया जा रहा है। परियोजना के निर्माण में लगभग 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मीरजापुर के विंध्याचल स्थित कालीखोह पहाड़ी और अष्टभुजा पहाड़ी से रोप-वे का निर्माण कराया जा रहा है। दोनों स्थानों पर 8-8 पिलर निर्मित किए जाएंगे। फिलहाल दोनों स्थानों पर 4-4 पिलर का निर्माण हो चुका है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से ग्लोरियस इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड (जीआईपीएल) कंपनी इस परियोजना को पूरा कर रही है।
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विंध्य की पहाड़ी पर रोप-वे का निर्माण होने से बुजुर्गों और दिव्यांग श्रद्धालुओं को कालीखोह और अष्टभुजा की पहाड़ी पर लगभग 130-130 सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ेगी। मीरजापुर जनपद के डीएम अनुराग पटेल का कहना है कि इस परियोजना को अगले तीन-चार महीने में पूरा करने की कोशिश की जा रही है। परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
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विंध्य की सुरम्य पहाड़ियों का ले सकते हैं आनंद:
रोप-वे के माध्यम से आप न केवल कालीखोह और अष्टभुजा देवी का दर्शन कर सकते हैं, बल्कि विंध्य की अलौकिक एवं सुरम्य पहाड़ियों का दर्शन भी कर सकते हैं। बता दें कि दो साल पहले ही योजना पर काम शुरू हो गया था, लेकिन बीच में योजना लटक गई थी। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के सराहनीय प्रयास से शासन द्वारा 14 करोड़ रुपए का बजट अवमुक्त कर दिया गया है। रोप-वे के जरिए एक केबिन में बैठकर छह लोग कालीखोह और अष्टभुजा का दर्शन करने जा सकते हैं।