Buddhadarshan News, New Delhi
भगवान बुद्ध और बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी के प्रसिद्ध घाटों का दर्शन क्रूज से करने का सपना पूरा होने जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को काशीवासियों को तोहफा के तौर पर क्रूज ‘अलकनंदा’ मिलेगा। फिलहाल यह क्रूज गंगा किनारे खिड़किया घाट पर आ गया है और इसका ट्रायल शुरू हो गया है। इसके जरिए पार्टी, बिजनेस मीटिंग, शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम कर सकते हैं। खास बात यह है कि यहां पर रुद्राभिषेक जैसे आध्यात्मिक आयोजन भी कराने की सुविधा मिलेगी।
क्रूज ‘अलकनंदा’ का संचालन स्टार्टअप इंडिया के तहत नार्डिक क्रूजलाइन करेगी। डबल डेकर के तौर पर निर्मित यह क्रूज अस्सी घाट से पंचगंगा घाट के बीच चलेगी और नदी में पानी का स्तर बेहतर होने पर क्रूज को कैथी से चुनार के बीच चलाया जाएगा।
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क्रूज के जरिए आपको काशी की संस्कृति को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा। सुबह-ए-बनारस और शाम को गंगा आरती का खूबसूरत नजारा भी क्रूज से लिया जा सकेगा। आईडब्ल्यूएआई क्रूज संचालन में सहयोग करेगा। यह पहली क्रूज कंपनी है, जिसने उत्तर प्रदेश में क्रूज संचालन के लिए पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराया है।
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अलकनंदा की खासियत:
डबल डेकर क्रूज का प्रथम तल पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। दूसरे तल पर रेस्टोरेंट और फोटोग्राफी के लिए ओपेन एरिया बनाई गई है। टीवी स्क्रीन पर काशी के इतिहास व घाटों की महत्ता का लाइव प्रसारण होगा। क्रूज के पिछले हिस्से में धार्मिक आयोजन के लिए रैंप बनाया गया है। पार्टी में 125 लोग शामिल हो सकेंगे। क्रूज पर विभिन्न भाषाओं में पारंगत गाइड मौजूद रहेंगे। इसके लिए अस्सी पर जेट्टी बनाई जा रही है।
किराया:
क्रूज पर यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति को 750 रुपए किराया देना होगा। इसके तहत यात्री को क्रूज पर ऊपर-नीचे जाने की सुविधा के अलावा बनारसी भोजन की भी सुविधा मिलेगी।