देश में पहली बार एक डीफ एवं म्यूट व्यक्ति सुदीप शुक्ला चुनाव लड़ रहे हैं
Buddhadarshan News, Satna
मध्य प्रदेश के चुनावी दंगल में इस बार एक ऐसा युवा प्रत्याशी भी उतरा है, जिस पर देश-दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने मध्य प्रदेश के सतना विधानसभा सीट से मूक-बधिर दिव्यांग प्रत्याशी सुदीप शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारा है। अपना दल (एस) के प्रत्याशी के तौर पर सुदीप शुक्ला शारीरिक तौर पर अक्षमता के बावजूद चुनावी दंगल में जीत का परचम लहराने के लिए पूरे दमखम से जुट गए हैं। सुदीप शुक्ला पेशे से आईटी इंजीनियर हैं।
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बता दें कि अपना दल (एस) केंद्र और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी के तौर पर सरकार में शामिल है। अपना दल (एस) की संरक्षक एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के इस कदम को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सराहा जा रहा है। सुदीप शुक्ला के चुनाव मैदान में उतरने पर उन्हें सहयोग के लिए पार्टी लाइन से इतर आम जनता भी आगे आ रही है।
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इंदौर सहित देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे 300 मूक-बधिर:
सुदीप शुक्ला के चुनाव मैदान में उतरने पर मध्य प्रदेश के इंदौर सहित विभिन्न हिस्सों से 300 मूक-बधिर लोग वालंटियर के तौर पर सहयोग के लिए सतना पहुंच गए हैं।
विदेशों से भी मिल रहा सहयोग:
सुदीप शुक्ला को रवांडा के मूक बधिर सांसद एलेक्स निडजी भी चुनावी टिप्स दे रहे हैं। एलेक्स निडजी 1996 से लगातार जीत रहे हैं। इसी तरह नेपाल के मूक-बधिर सांसद राघववीर जोशी भी रोजाना चुनाव को लेकर 30 मिनट सहयोग कर रहे हैं।
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एक लाख रुपए की नौकरी छोड़ी:
पेशे से आईटी इंजीनियर सुदीप शुक्ला प्रतिमाह एक लाख रुपए वेतन पाते थे। वह देश के सबसे बेहतर सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस में भी काम कर चुके हैं।
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दिव्यांगों के अधिकारों के लिए छोड़ी नौकरी:
सुदीप शुक्ला दिव्यांगों को होने वाली समस्या को लेकर काफी चिंतित रहते थे। विशेषकर मूक-बधिर दिव्यांगों के साथ हो रहे सौतेलापन से सुदीप शुक्ला बेहद चिंतित चिंतित थे।
चुनावी दंगल में पहले भी चर्चा में रहा मध्य प्रदेश:
बता दें कि देश की पहली किन्नर विधायक शबनम मौसी मध्य प्रदेश के शहडोल जिला में सोहापुर विधानसभा से 1998 में चुना गया। इसी तरह देश की पहली किन्नर महापौर के तौर पर कटनी से कमला जान 1999 में चुनी गई। देश का पहला नेत्रहीन सांसद भी मध्य प्रदेश ने ही दिया। 1977 में मध्य प्रदेश के रीवा संसदीय क्षेत्र से यमुना प्रसाद शास्त्री दो बार (1977 और 1989) चुने गए।